जिंदगी को इतना सिरियस लेने की जरूरत नही यारों,
यहाँ से जिन्दा बचकर कोई नही जायेगा!
यहाँ से जिन्दा बचकर कोई नही जायेगा!
जिनके पास सिर्फ सिक्के थे वो मज़े से भीगते रहे बारिश में ….
जिनके जेब में नोट थे वो छत तलाशते रह गए…
जिनके जेब में नोट थे वो छत तलाशते रह गए…
पैसा इन्सान को ऊपर ले जा सकता है;
लेकिन इन्सान पैसा ऊपर नही ले जा सकता……
लेकिन इन्सान पैसा ऊपर नही ले जा सकता……
कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है….
पर रोटी की साईज़ लगभग सब घर में एक जैसी ही होती है।
पर रोटी की साईज़ लगभग सब घर में एक जैसी ही होती है।
इन्सान की चाहत है कि उड़ने को पर मिले,
और परिंदे सोचते हैं कि रहने को घर मिले…
कर्मो’ से ही पहेचान होती है इंसानो की…
महेंगे ‘कपडे’ तो,’पुतले’ भी पहनते है दुकानों में !!..
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